Public Program, Bholapan, Innocence (भारत)

Public Program, Bholapan, Innocence मैंने आपसे बताया था पहले भाषणों में, पहली चीज़ जरूरी है सहजयोग में वो है प्रेम। जो आदमी प्रेम नहीं कर सकता वो सहजयोग में उतर नहीं सकता। और प्रेम का भी थोड़ा बहुत आप से बताया था। उसके बाद मैंने कहा था, पवित्रता। जो आदमी पवित्रता की भावना नहीं रखता है, वो भी आदमी सहजयोग में उतर नहीं सकता। आदिकाल से पवित्रता की भावनायें चलती आयीं हैं। उन्हीं को ले कर मैंने कहा है । आज तीसरी बात बताना है, खास कर रियलाइज्ड लोगों के लिये कि रियलाइजेशन हमारा नया जन्म है। जब बच्चा जन्मता है, कोई भी बच्चा आप देखिये, संसार की कोई भी जाति का हो, चाहे वो जपानी हो, चाहे वो अफ्रिकन हो, चाहे वो अमेरिकन हो, उस बच्चे में एक चीज़ सब में होती है और वो है उसकी अबोधिता, उसका इनोसन्स। बच्चे की विशेषता है इसका इनोसन्स । इसलिये रियलाइज्ड आदमी तभी कहलाया जायेगा जब वो पूरी तरह से इनोसन्स में उतर जायें | वैसे भी जो बहुत चालाक लोग होते हैं, चातुर्य बहुत ज्यादा होता है और जिनकी बुद्धि बड़ी तल्लख होती है और हजार आदमिओं को ठग लेने में और झूठ बोलने में, चालाकी दिखाने में बड़े तरबेज़ होते हैं, ऐसे लोग सहजयोग के लिये बिल्कुल बेकार होते हैं। इसलिये जो लोग काफ़ी ठगाये गये हैं दुनिया में और सताये गये हैं, वो सहजयोग के लिये बहुत ठीक हैं। संसार में चाहे वो बहुत यशस्वी लोग न हो, लेकिन सहजयोग में वो बहुत ही ज्यादा यशस्वी हैं। अबोधिता Read More …