10th Day of Navaratri Puja & Havan, Just surrender Temple of All Faiths, Hampstead (England)
नवरात्रि पूजा हैम्पस्टेड, लंदन (यूके), 19 अक्टूबर 1980। तो आपने जीवन में आज के दिन देवी के महत्व के बारे में तो सुना ही होगा। और आज रावण मारा गया और इस तरह जश्न मनाया गया। “इतिहास अपने आप को दोहराता है।” जैसा कि आप अच्छी तरह जानते हैं कि उस समय जिन शैतानी ताकतों का सामना करना पड़ा था, वे सभी वापस रंगमंच पर वापस आ गई हैं और उन्हें पराजित होना है। आधुनिक समय की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इन शैतानी ताकतों ने बहुत सूक्ष्म रूप धारण कर लिया है और वे आपके मानस में और आपके अहंकार में प्रवेश कर गई हैं। और तुम संत हो, तुम भक्त हो, तुम देवी के भक्त हो। यह बहुत ही नाजुक स्थिति है। जब भ्रम होता है, जब संतों पर हमला होता है, तो हमलावर को हटाया जा सकता है, लेकिन संत ही नकारात्मक शक्तियों से मेलजोल में हो जाता है या भ्रमित हो जाता है, इस वजह से उसे प्रकाश दिखाई देना बहुत मुश्किल होता है। और आपने इस स्थिति को बहुत अच्छे से देखा है। और आप जितने सूक्ष्म विकसित होते हो, वे भी उतने ही सूक्ष्म होते गए। और वे तुम्हें ऐसे विचार देने लगते हैं जो इतने नकारात्मक होते हैं, लेकिन तुम उन्हें देख नहीं पाते। इसलिए आज की समस्या बहुत नाजुक है। कोई पूर्ण संत नहीं हैं और कोई पूर्ण बुरे लोग नहीं हैं। ऐसा मिश्रण, एक भ्रम, यही कलियुग है, ये आधुनिक समय है। इनसे छुटकारा पाने का एक ही उपाय है Read More …