Conversation After Shri Krishna Puja New Jersey (United States)

                 श्री कृष्ण पूजा के बाद वार्ता  न्यू जर्सी (USA) रविवार, 19 अगस्त, 1984 श्री माताजी: क्रिस्टीन की तरह, मुझे कहना चाहिए, मैरी यहाँ आई, उसके मंगेतर के साथ, बड़ी आपत्ति हुई, कल्पना कीजिए कि फ्रांसीसी लोगों को मैरी के अपने मंगेतर के साथ आने पर आपत्ति है, आप देखिए, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि फ्रांसीसी दूसरे चरम पर जा रहे हैं, (हंसते हुए)। मेरा मतलब है कि यह बेतुका है, और मुझे बड़े-बड़े टेलीफोन कॉल करते हैं कि माँ, यह हो गया है और यह होने जा रहा है और वह है। मैंने कहा कि देखो ये फ्रेंच मुझे इस बारे में बता रहे हैं। क्या तुम कल्पना कर सकती हो? अब वे नहीं चाहते कि आप किसी और से बात भी करें, जो कि आपका मंगेतर है, शादी से पहले, उस व्यक्ति की तरफ देखना भी नहीं चाहिए! ऐसे फ्रेंच (बड़ी हँसी) क्या आप विश्वास कर सकते हैं! (हँसी) मेरा मतलब उस की चरम सीमा से है! तो मैंने उससे कहा कि बेहतर हो मत जाओ लेकिन उनके पास टिकट थे और वे वापस नहीं कर सके, मैंने कहा ‘बाबा मत जाओ’, हर जगह से बड़ी आपत्ति, मैं खुद इस पर चकित हूं (हंसते हुए) और यह एक नया प्रकार है किसी समस्या के आने का। मैं नहीं समझ सकती (हंसते हुए)। मैंने देखा है कि ऐसा होता है, एक और अति, आप देखिए कि, वे जो करते रहे हैं उससे बहुत तंग आ चुके हैं। अब बस इसी तरह का कुछ अधिक नहीं चाहते हैं, लेकिन Read More …