Shri Vishnumaya Puja: She has created a big maya YWCA Camp, Pawling (United States)

श्री विष्णुमाया पूजान्यूयॉर्क (यूएसए), 9 अगस्त 1987। आज हम यहां विष्णुमाया की पूजा करने के लिए इकट्ठे हुए हैं। विष्णुमाया मानव प्रयास से भी निर्मित होती है। जैसा कि आप बादलों को देखते हैं, जब वे एक दूसरे के खिलाफ रगड़ते हैं, तो बिजली पैदा होती है। तो पहले बादलों को बनाना होगा। सूर्य समुद्र पर कार्य करता है। देखें कि कितने चक्र चलन में आते हैं! समुद्र भवसागर है, और सूर्य समुद्र पर कार्य करता है। साथ ही चंद्रमा समुद्र पर कार्य करता है। इसके फलस्वरूप बादल बनते हैं। यह बिजली समुद्र में पैदा नहीं होती है – इससे समस्याएं पैदा होंगी। आकाश में इसलिए बनाया गया है कि हर कोई इसे देख सके, सुन सके। वे पहले इसे देखते हैं और बाद में सुनते हैं। यह सब सुव्यवस्थित है, सुविचारित है – यही विष्णुमाया है। लेकिन इसे भी, इस पृथ्वी पर मनुष्यों द्वारा कुछ समझ के साथ बनाया गया था। सबसे पहले उन्होंने दो बादलों को आपस में रगड़ते देखा। तो आदिम अवस्था में, मनुष्य ने बिजली बनाने के लिए दो भौतिक चीजों को रगड़ने की कोशिश की। तो दो भौतिक चीजें, यानी पदार्थ के दो हिस्से, रगड़ने पर बिजली पैदा हुई। यह देखना बहुत महत्वपूर्ण है: पदार्थ का उपयोग बिजली बनाने के लिए किया जा सकता है! पदार्थ से बिजली की चिंगारी निकलती है। पदार्थ के बिना, वे खाना बनाना शुरू नहीं कर सकते थे। तो इसने कैसे भवसागर की मदद की है। पहले समुद्र से आकाश में गयी, लोगों को बिजली पैदा करने का संदेश दिया। Read More …