Public Program, Kundalini Ke Jagran Ke Bad Labh (भारत)

Kundalini Ke Jagran Ke Bad Labh Date 16th March 1989 : Noida Place Public Program Type Speech Language Hindi सब से पहले तो कहना है कि नोएडा का कुछ ऐसा नसीब है, कि कितनी भी कोशिश करिये आप जल्दी (अस्पष्ट)। कब से वही इंतजार कर रहा था नोएडा, मुझे भी और आप को भी। क्योंकि बिना वजह की देर हो गयी। रास्ते में कोई वीआयपी साहब अगर दिल्ली में आ जाये तो सब रस्ते बंद हो जाते हैं। फिर कोई आदमी हिल नहीं सकता। इसी प्रकार न जाने कितने लोगों को अपना समय बर्बाद करना पड़ता है। आप लोग भी बहुत देर से इंतजार कर रहे थे और मैं भी, कि कब हम पहुँच रहे हैं, कब हम पहुँच रहे हैं। पर कुछ ऐसा ही नसीब है कि नोएडा में आने में एक इंतजार का भी मजा उठाना पड़ता है। आप लोगों की भी कमाल है कि आप इतनी देर से बैठे रहे। और अपनी माँ को मिलने के लिये तो सभी बहुत लालायित होते हैं, पर कलियुग में ऐसा ही सुना था कि बच्चे तो माँ की परवाह ही नहीं करेंगे। मैं तो उल्टा ही हाल देख रही हूँ। इसका मतलब कलियुग भी खत्म हो गया, कृतयुग भी खत्म हो गया और ये सत्ययुग आ गया है। कृतयुग में परम चैतन्य जो है वो कार्यान्वित होता है। ये तो आप जानते हैं कि परम चैतन्य का कार्य शुरू हो गया है। अगर परम चैतन्य कार्य न करते तो हम इतने लोगों को पार नहीं करते। उनके कार्यान्वित होने में Read More …