देवी पूजा (हृदय बंद है जिसे खुलना चाहिए), लंदन(इंग्लैंड), ३० अगस्त २००२
मै नहीं जानती क्या कहूँ (हॅसते हुए)| आप इस घर में रह रहे है अब, और ये बहुत अच्छा था क्योंकि सहज योगी यहाँ रहते थे और उन्होंने मेरे यहाँ वास का आनंद लिया| पर हमें बदलना है और प्रगति करना है| यही बात है| हर बदलाव के साथ आपको प्रगति करनी ही चाहिए, नहीं तो उसका कोई अर्थ नहीं| उस बदलाव का कोई अर्थ नहीं| तो अब वो सोच रहे है की मुझे इस घर में रहना चाहिए| मुझे लगता है यह अच्छा विचार है|
डेरेक ली: (बहुत अच्छी खबर है हमारे लिए माँ)
श्री माताजी, हम आपका शुक्रियादा अदा करना चाहेंगे| यहाँ एलिंग में आकर रहने के लिए, इस घर में इतने लम्बे समय तक| और हम जानते है, की इस घर से सभी प्रकार के आशीर्वाद हमारे लिए आये है | और मै कहना चाहता था, की वह प्रतीकात्मक था श्री माताजी | जब आप यहाँ आये, यह घर पूरी तरह ख़राब और नष्ट हो रहा था | और अब आपने उसे बनाया, उसे पुनः नया तैयार करवाया, बनवाया, एक महल के रूप में, जो यह अभी है| और हम आशा करते है श्री माताजी की आप ऐसा ही आश्चर्यजनक और खूबसूरत बदलाव पा सकते है हमारे साथ, क्योंकि
यह प्रतीकात्मक है (हँसते हुए)|
श्री माताजी: पर क्या मैंने वह नहीं किया? मैंने पहले ही किया है| आप देखे, ये आपकी करनी है| आपने स्वीकार किया, जिससे कार्य हुआ| और मुझे कहना चाहिए की बहुत सारे है| बहुत खुश हूँ| मुझे कोई शिकायतें नहीं है सहजयोगियो की यहाँ, वो बहुत अच्छे है| पर हमे क्या करना चाहिए की, इस ख़ुशी और शांति को बढ़ाना चाहिए, फैलाना चाहिए| यह बहुत आसानी से किया जा सकता है| यदि आप कुछ सहज योगिओं की मदद ले तो| यह बहुत अच्छा होगा|
पर जैसे मैंने कहा, कुछ पिकनिक जमाइये | नए लोगों के साथ आप कुछ पिकनिक मना सकते है, नदी के पास या कही पास में जहाँ वो लोग आसानी से पहुंच सके| उन्होंने ऐसा किया जब मैंने उन्हें कहा था ऑस्ट्रेलिया में | मेरा कहना है की ऑस्ट्रेलिया में सहज योग बहुत बड़े पैमाने पर है | फिर आप कलेक्टिव होंगे (सब साथ में)| जितना आप मिलेंगे, सबसे पूछोगे, आप कौन है, ज्यादा देखोगे, इस तरह |
डेरेक ली : ऐसा यहाँ कार्य करेगा माँ, जब वो उनके दोष दिखाने की आदत से बाहर आएंगे | इतना ज्यादा द्वेष है लोगों में एक दूसरे के लिए |
श्री माताजी : कुटिलता और द्वेष है | मै मानती हूँ | पर उससे वो बाहर आ सकते है, यदि उन्हें आत्मसाक्षात्कार मिले | ऐसा है | यदि उन्हें आत्मसाक्षात्कार मिला तो वो ठीक हो जायेंगे | तो उसके लिए सबसे पहले हमे यह करना है की विनम्र हो जाइये | एक बार वो आत्मसाक्षात्कारी हो जाते है तो उनसे बात करना बहुत आसान हो जाता है | सब कुछ करने को | बात ये है की वो आत्मसाक्षात्कारी आत्माएं नहीं है, यह बात है | जब वो आते है, वो आत्मसाक्षात्कार प्राप्त कर रहे है और इतने सारे लोग आ रहे है, तो हमारी आशा है की वो बढ़ेगा | एक बार वो समुद्र में आ जाये साक्षात्कार के, तो वो ठीक हो जायेंगे | कोई परेशानी नहीं | मुझे पक्का विश्वास है, यदि आप यह कार्यान्वित करे, आप देखे, एक बार वो आत्मसाक्षात्कारी हो गए, तो वो बदल जायेंगे और यह कार्यान्वित होगा | मै निश्चित तौर पे यह कह सकती हूँ | हमे केवल उनसे मिलना है, सामूहिक समारोह करना है और इस प्रकार की चीजें | वे आनंद उठाएंगे | मेरा मतलब है की वो कुटिलता और रुखा व्यवहार, निंदक स्वभाव, ये पुराना था, बहुत पुराना| अब खत्म हो गया है | युवाओं में नहीं है | है ना |
डेरेक ली : इतना नहीं | खासकर छोटों में | वो देख रहे है की वो सड़कों पर जागृति कैसे दे सकते है | छोटे बच्चे तुरंत उसे ले लेते है |
श्री माताजी : छोटे बच्चे ?
डेरेक ली : हाँ, और किशोर | कम उम्र के किशोर/ युवा |
श्री माताजी : और आप देखिये, एक बार वो बड़े होने पर, वो भी सहज फैलाएंगे | इस देश में लोग बहुत पीते है, इसी पर काबू करना होगा | पीने की कोई आवश्यकता नहीं है | मुझे समझ नहीं आता कोई जरूरत है | पर ये कुछ ऐसा है की परंपरा है | बच्चे भी सभी प्रकार की दारू का सेवन करते है | मुझे लगता है यही अधिकतम नहीं है शायद | अमेरिका में हो सकता है | पर यहाँ भी बहुत ज़्यादा है | एक बार उन्हें जागृति मिल जाये, मुझे लगता है वो ठीक हो जायेंगे | पहले उन्हें उनका आत्मसाक्षात्कार प्राप्त करना होगा |
डेरेक ली : वो लोग अब स्कूलों में जाना शुरू कर रहे है | सहज योगी स्कूलों में जा रहे है, प्राथमिक स्कूलों में| उन्हें पढ़ाने या कत्थक नृत्य दिखाने और गाने के लिए, और इसलिए बच्चे जागृति प्राप्त कर रहे है |
श्री माताजी :सबसे अच्छा है की थोड़े बड़े लोगों को बताएं | बेहतर है उनपर पैसा खर्च करें, बच्चों के बजाय | यहाँ समस्या की बात है | आप देखे, यदि कोई शुरू करता है, तो सब साथ में हो जायेंगे | और हमारे खिलाफ हो जायेंगे | तो बेहतर होगा की हम सावधान रहे | यह बहुत अजीब देश है, आप जानते है ? मुझे नहीं पता इसे कैसे समझाना चाहिए| हृदय, हृदय बंद है | हृदय बंद है, जिसे खुलना चाहिए |
जो सुझाव है, वो यहाँ से फैलते है, आगे बढ़ते जाते है | पर इस विषय में, आध्यात्मिक विषय में वो बहुत कमज़ोर है | जैसे बुश ने महसूस किया | पर टोनी ब्लेयर, मुझे लगता है मज़दूर है या क्या ? मुझे नहीं पता |
डेरेक ली : वो कैथोलिक है, मुझे लगता है, या क्या उसकी बीवी कैथोलिक है ?
योगी : उसकी बीवी कैथोलिक है |
श्री माताजी: बीवी कैथोलिक हो सकती है | पर बहुत सारे कैथोलिक्स सहज योग में आये है | इटली में सभी लोग कैथोलिक्स है पर वो परवाह नहीं करते
डेरेक ली : हम उनसे बात करने का प्रयत्न करेंगे माँ |
श्री माताजी : किससे ?
डेरेक ली : टोनी ब्लेयर ब्लेयर से |
श्री माताजी : मुझे नहीं पता | आप उसे मेरी पुस्तक दे सकते है पढ़ने के लिए| शायद उसे वक्त नहीं है |
डेरेक ली: वो बहुत व्यस्त है |
श्री माताजी : निरर्थक बातों में व्यस्त है | इतने सारे मुस्लिम आ रहे है आपके देश में | हमने देखा बहुत सारे सऊदी इस देश में आ रहे थे | मेरा मतलब है, साउदी, अगर वो आते है तो, वो सबसे ख़राब मुस्लिम होंगे | इतने सारे साउदी ! उनके पास पैसा है, ठीक है| पर मुझे उनकी योजना नहीं पता | और वो इन लोगों की देखभाल करते है जो सभी प्रकार की मुश्किलें खड़ी करते है – सऊदी लोग | वो ही है जो पैसा भेजते है, और इस प्रकार की सब चीज़ें | भारत में वो मदरसे चलाते है | और वो मोहम्मद साहिब में विश्वास नहीं करते | वो कुरान में भी विश्वास नहीं करते |
मुझे कहना चाहिए की मोहम्मद साहब बहुत महान थे, क्योंकि केवल उन्होंने ही बात की उत्थान की – मिराज की | वो ही थे केवल | उन्होंने कहा की – जागृति के बाद आपके हाथ बोलेंगे | वो ही थे केवल जिन्होंने ये कहा था | कोई भी अवतरणों ने यह नहीं कहा था | कुरान भी, मुझे नहीं मालूम, उन्होंने लिखी थी क्या? क्योंकि उसकी भाषा बहुत कठोर है | मेरा मतलब है, यदि आप उसे पढ़ते है, तो आप सोचेंगे, वो ऐसी बातें कैसे कह सकते है, क्योंकि वो एक महान अवतरण थे| पर उन्होंने ये सब नहीं कहा था | वो फिर से लिखा गया था ऐसे लोगों द्वारा, जो बहुत दुष्ट थे| पर जो उसके विचार थे, जो अंतर्वस्तु थी, वो सही था | और वो लिखना भी नहीं जानते थे| पर वो बहुत महान नबी/ पैगम्बर थे| वो बहुत महान इंसान थे | मुस्लिम कभी उन्हें समझ नहीं सकते, क्योंकि वो उनके समझ से परे है| कभी उन्हें समझ नहीं सकते|
क्रिस्चियन लोगों ने भी क्राइस्ट को नहीं समझा| उन्होंने उनके जीवन को ख़राब कर दिया| मुझे नहीं पता की मनुष्य ऐसा कैसे करते है| कोई भी जो महान है, जो समझदार है, यदि वो कुछ भी कहता है, आप उसका बतंगड़ बना देते है| ये मनुष्य का बर्ताव है| पर उन्होंने कहा, मै संत नहीं, मै कुछ भी नहीं, यही उन्होंने कहा था| मैंने भी शुरुआत में यही कहा था | क्योंकि यदि उन्हें पता चला की कोई ऐसा कह रहा है, तो वो उसे मार देंगे| यह बहुत कठिन है| शुरुवात में सहज योग बहुत कठिन था , पर अब ठीक है|
पर अभी भी आपके देश में बहुत भयावह लोग है| वो सब दुष्ट स्विस है| वो यहाँ आये है और कार्य कर रहे है| वो हमारे बैंक भी गए पैसे ढूंढ़ने के लिए और ऐसा सब| मुझे नहीं पता यहाँ की मीडिया उन्हें इतना पसंद क्यों करती है, क्योंकि वो सहज योग के बारे में कुछ विचित्र देते है|
पर सऊदी लोगों का यहाँ आना बहुत खतरनाक है| वो लंदन में बस रहे है| खासकर लंदन में| यह बहुत खतरनाक है, क्योंकि वो बहुत पैसे वाले लोग है, और वो किसी संत में विश्वास नहीं रखते| उनकी खुद की विचारधारा है| वो कैसे काम आ सकती है? पर उन्हें वीसा कैसे दिया जाता है- ये सबसे अच्छा है| एशिया?
जफ़र रशीद: जय श्री माताजी| यदि आपके पास पैसा है, तो इस देश में आना बहुत आसान है |
श्री माताजी: हाँ, यह सत्य है| क्योंकि उन्होंने कहा यह घर बिक गया| मैंने कहा- मै आशा करती हूँ किसी सऊदी को नहीं| क्योंकि वो सब जगह खरीद रहे है| मुझे लगता है यह मुश्किल होगा सऊदी के लिए यहाँ रहना(हॅसते हुए)|
तो हमे प्रयत्न करना होगा | और मुझे लगता है आपको और लोग मिलेंगे अब| कम उम्र के लोग ज़रूर आपको मिलेंगे क्योंकि उनके पास कोई रास्ता नहीं उसे कार्यान्वित करने का|