Aim of Seeking Royal Exhibition Building, Melbourne (Australia)

परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी, ‘खोज का उद्देश्य’ रॉयल एग्जीबिशन बिल्डिंग, मेलबॉर्न, ऑस्ट्रेलिया 2 अप्रैल, 1981 मेलबॉर्न आ कर वास्तव में प्रसन्नता हो रही है। मैं यहां आई क्योंकि कोई व्यक्ति जो सिडनी आया था बोला, ‘मां आप को मेलबॉर्न जरूर आना चाहिए। हमें आप की आवश्यकता है।’ जब मैं यहां किसी और उद्देश्य से आई, मुझे अनुभव हुआ की मेलबॉर्न में चैतन्य वास्तव में बहुत अच्छा है, और ये बहुत संभव है, कि यहां अनेक साधक हो सकते हैं। जैसे मैंने कहा, यहां आप सब के बीच होना वास्तव में बहुत सुखद है। ये एक सत्य है, कि समय आ गया है हजारों, हजारों और हजारों के लिए और लाखों लोगों के लिए अपना आत्म साक्षात्कार प्राप्त करने का, जो इस धरती पर साधकों के रूप में जन्में हैं। उन्हे अपना अर्थ जानना होगा। उन्हे जानना होगा कि प्रकृति ने अमीबा से मनुष्य क्यों बनाया। उनके जीवन का क्या उद्देश्य है? जब तक आप अपने जीवन का उद्देश्य ना पा लें आप खुश नहीं हो पाएंगे, आप संतुष्ट नहीं हो पाएंगे। आप कुछ भी अन्य आज़मा लें। आप अंहकार यात्रा या अन्य यात्राएं जैसे पैसे की खोज पर निकलें, या आप अन्य चीजें आजमा लें जैसे मादक पदार्थों का सेवन, मदिरा का सेवन, योगिक ऊर्जा से हवा में उड़ना, हर प्रकार की चीज़ें, परंतु इन चीज़ों ने किसी को भी संतुष्टि नहीं दी है। आप को वो परम पाना होगा, जिस के बिना हम भ्रांति में हैं। ये परम आप के अंदर है, इस लिए सहज योग एक Read More …