She is Your individual Mother Teatr Komedia, Warsaw (Poland)

Public Program, Teatr Komedia Warsaw (Poland) 14.07.1996 मैं सत्य के सभी साधकों को नमन करती हूं। प्रारम्भ में, आपको यह जानना होगा कि सत्य क्या है। आप इसे बदल नहीं सकते। आप इसे रूपांतरित नहीं कर सकते। मात्र एक चीज़ आपको इसे अनुभव करना है। दुर्भाग्य से इस मानवीय चेतना में, आप सत्य को नहीं जान सकते। आपको सत्य जानने के लिए चेतना की एक उच्च अवस्था में विकसित होना है। सत्य को जाने बिना यदि आप किसी चीज़ का पालन करते हैं तो यह बहुत गलत बात है। मसीह ने कहा है: – “आपका पुनर्जन्म होना है”। यह एक मिथ्या प्रमाणपत्र नहीं है कि मैं पुनः पैदा हुआ हूं, परन्तु संस्कृत भाषा में, हम एक आत्मसाक्षात्कारी आत्मा, अज्ञेयवादी व्यक्ति – एक द्विज, जिसका अर्थ है – “पुनः पैदा हुआ, दो बार जन्मा ।” उसी प्रकार वे उस पक्षी को, दो बार जन्मा मानते हैं क्योंकि वह अंडा और फिर वह पक्षी बन जाता है। पहले वह अंडा होता है और फिर वह पक्षी बन जाता है। अब, इसलिए मनुष्य के रूप में हम अभी भी उस स्तर पर हैं जहां हम पूर्ण सत्य को नहीं जानते हैं। कोई हमें कुछ भी बताता है, हम उस पर विश्वास कर लेते हैं। हम उसे      स्वीकार करने लगते हैं     ,      अनुसरण करने लगते हैं      । परन्तु जो भी मैं कह रही हूं      आपको उसको भी स्वीकार नहीं करना चाहिए। मैं जो कुछ भी कहती हूं जब तक वह सिद्ध नहीं हो जाता है, आपको इसे स्वीकार नहीं करना Read More …