Advice: Beware of the murmuring souls Armonk Ashram, North Castle (United States)

अरमोंक आश्रम में सलाह\खुसुरफुसुर करने वालों से सावधान   न्यूयॉर्क (यूएसए), 27 जुलाई 1988 यहां आकर और आप सभी से मिलकर बहुत अच्छा लगा! आप की मेहरबानी है की आपने मुझे अपने आश्रम में आमंत्रित किया। तो इन दो दिनों के कार्यक्रमों के अनुभव से आपने महसूस किया होगा कि,  हमने वह प्राप्त किया, हालांकि शुरुआत में यह दुर्जेय दिखता है, परिणाम प्राप्त करना और लोगों को आत्म-साक्षात्कार करना इतना मुश्किल नहीं है। मुझे लगता है कि आप सभी बहुत समझदार हैं और आपने इसे बहुत अच्छे से कार्यान्वित किया है। यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात थी, मेरे लिए इतनी खुशी की बात है कि आपने इतने सारे लोगों को आत्मसाक्षात्कार दिया और आप उन्हें सहज योग के बारे में समझाने में कामयाब रहे। इस आधुनिक समय में, विशेष रूप से अमेरिका और इसी तरह के अन्य देशों में, यह बहुत मुश्किल है ऐसा कि लोगों के लिए यह जान पाना असंभव है कि परे भी कुछ है। बेशक, अनजाने में वे खोज रहे हैं – अनजाने में। वे इस बात से भी अवगत नहीं हैं कि उनमें आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने की संभावना है। और इतने नकली लोग आ गए हैं कि उन्हें लगता है कि यह भी एक और तरह की गुरु खरीददारी है जिससे उन्हें गुजरना है। और जब मैं पहली बार अमेरिका आयी थी…मुझे लगता है कि,  एक तरह से सबसे पहले जिस देश में मैं आई थी वह अमेरिका था। उससे पहले मैं ईरान गयी थी क्योंकि मेरा भाई (बाबा मामा) वहां था। और जब Read More …