Mahashivaratri Puja New Delhi (भारत)

Shivaratri Puja आपके अंदर इस अनासक्ति को आना होगा …. इसमें थोड़ा समय लगता है। खासकर भारतीय लोगों में …. जो हर समय अपने बच्चों, माता और पिता के बारे में चिंतित रहते हैं और ये चलता रहता है। वर्षों तक मेरा बेटा … मेरी बेटी … मेरे पिता … पूरे समय ये चलता रहता है। अब परमात्मा की कृपा से कई लोग अपने दायित्वों से छुटकारा प्राप्त कर चुके हैं … सहजयोग के माध्यम से या जिस प्रकार से भी (श्रीमाताजी हंसती हैं)। जो लोग भी अब सहजयोग में आ रहे हैं कि हमें सहजयोग के आशीर्वाद प्राप्त करना है … उनमें भी इस अनासक्ति को लाया जाना है कि हमें आशीर्वाद प्राप्त हो रहे हैं … उन्हें इसका गर्व होना चाहिये। यदि आपको सहजयोग परिवार में आना है तो आप इसमें आंये परंतु किसी को भी सहजयोग में आने के लिये जबर्दस्ती न करें ….. उनके ऊपर सहजयोग को थोपे नहीं। अब वह अवस्था आ चुकी है कि आपको उनसे सहजयोग की बात करनी है। शुरूआत में मैं कहती थी कि उनसे इस बारे में बात मत करो … लेकिन उनके लिये कहती थी जो एकदम बेकार हैं यदि उनको सहज में नहीं आना है तो उनसे बात करें कि आप सहजयोग के लिये बिल्कुल ठीक नहीं हैं …… ऐसे लोगों से बिल्कुल बात न करें। तभी वे आ पायेंगे। कुछ लोगों में आपको कोई दिलचस्पी नहीं रखनी चाहिये … उन्हें कहें कि आप एकदम अक्षम हैं… भौतिकतावादी हैं … आप अच्छे नहीं हैं तो वे कहेंगे कि Read More …