Akshaya Tritiya Puja Talk पुणे (भारत)

Akshaya Tritiya Puja Talk Pune लेकिन इस मामले में अनादि काल से, इस दिन के शुभ अवसर पर, परमात्मा से लोगो ने बहुत चीज़े मांगी। जैसे कि, बहुत से लोग आज के दिन ये मांगते हैं कि प्रभु, महाराष्ट्र में बरसात हो जाए। बरसात हो जानी चाहिए, जिससे हमारी खेती आ जाए। ठीक है, वो मांगना ठीक है, कि खेती की उपज होनी चाहिए, बरसात होनी चाहिए, लोगो को खाने-पीने को मिलना चाहिए। उससे आगे क्या? ये कोई अक्षय बात तो मांगी नही। बरसात होगी, लोगों को खाने-पीने को मिलेगा, लेकिन ये बात कोई ऐसी तो नही कि जो अटल है, जो टलेगी नही, और फिर से यहाँ आपको दुष्काल के दिन ना देखने पड़ें। ऐसा तो कोई कह नही सकता। और फिर बरसात होने पे क्या होगा? वही काम करेंगे कि जिससे फिर से परमात्मा कि अवकृपा हो जाए और फिर से बरसात रुक जाए। मनुष्य का दिमाग ऐसा ही होता है। परमात्मा से जो मांगते हैं उसमे ये नही सोचते हैं कि हमें ये दशा क्यों आई, हमने कौन सी गलती की।  अब महाराष्ट्र में यहां बड़ी समृद्धि आ गई, और साखर (शक्कर) कारखाने बन गए, उसमे बहुत सारी चीनी तैयार होने लगी। फिर उसके बाद शराब बनाना शुरू कर दिया। ये नही विचार किया कि शराब बना कर के हम पैसे तो कमा लेंगे, लेकिन परमात्मा के विरोध में हम कार्य कर रहे हैं। और अब इस कलजुग में, जब से कृत-युग शुरू हो गया है, तो अब ये चीज़ें ज़्यादा दिन चलने नही वाली। उन्होंने शराब Read More …