6th Day of Navaratri, Your Beautiful Qualities will prove the Truth of Sahaja Yoga Campus, Cabella Ligure (Italy)

1997-10-05 छठा दिन, नवरात्रि पूजा प्रवचन, कबेला,इटली आज नवरात्रि का छठा दिन है ।  देवी के अनेक अवतरण हुए हैं, विभिन्न विभिन्न उद्देश्यों के लिए। लेकिन महान संतों  ने जब स्वयं का आत्मनिरीक्षण किया, जो मॉं की पूजा कर रहे थे तो उन्हें पता चला कि उन्होंने हमारे लिए क्या किया है । दूसरे दिन मैंने आपको बताया था कि धर्म, मनुष्य का अंतर्निहित गुण है। और वे दस हैं। यह हमारे भीतर पहले से ही स्थापित है, लेकिन हम भटक जाते हैं, धर्म से भटक जाते हैं और सभी समस्याएं सामने आती हैं, क्योंकि धर्म छोड़ना मानव का गुण नहीं है। लेकिन देवी ने खुद हमारे लिए,हमारे भीतर पहले से ही बहुत सारे काम किए हैं, हालांकि हमें इसका बोध नहीं है । कहा जाता है कि “या देवी सर्व भूतेषु”- “वे सब लोग  जिनको आपने बनाया है” – अर्थात ज्यादातर मनुष्य – “आप क्या करती हैं? मनुष्य के अंदर आप किस रूप में मौजूद हैं? अब जरा आत्मनिरीक्षण करें कि आपके भीतर ये गुण हैं या नहीं, क्योंकि ये आपको देवी द्वारा दिए जाते हैं, आपके भीतर की शक्ति के द्वारा । जैसे: “या देवी सर्व भूतेषु शांति रूपेणा संस्थिता” – ये बहुत महत्वपूर्ण है, कि आप मनुष्यों के भीतर शांति के रूप में विद्यमान हैं । क्या आप ऐसे मनुष्य पाते हैं जो भीतर और बाहर शांतिपूर्ण हैं? बहुत मुश्किल है। लेकिन उन्होंने आपको यह दिया है कि, उन्होंने आपको वह शांति दी है जिसे आपको प्राप्त करना है। अब यह होता है, क्योंकि आप अपने मानव Read More …