Shri Lakshmi Puja and Talk before puja Stamatis Boudouris summer house, Hydra (Greece)

                       श्री लक्ष्मी पूजा  हाइड्रा (ग्रीस), 24 जून 1990। आज हम लक्ष्मी की पूजा करने जा रहे हैं और मैंने आपको पहले ही बताया है कि लक्ष्मी समुद्र से निकली थी। और ग्रीस ब्रह्मांड की नाभी है। और जो भी लक्ष्मी, धन, उन्हें मिली है, उन्होंने इसे वहां की समुद्री यात्रा गतिविधियों से प्राप्त किया है। इसलिए यह बहुत उपयुक्त है कि हम ग्रीस में लक्ष्मी की पूजा करें और समझें कि लक्ष्मी का महत्व क्या है। क्या आप मुझे वहां सुन पा रहे हैं, आप सब? तो अब, मैं कई बार वर्णन कर चुकी हूँ, परन्तु फिर भी मैं तुम्हें उसका वर्णन करूँगी। लक्ष्मी वह है जो स्वभाव से माँ है। तो ऐसा व्यक्ति जिसके पास लक्ष्मी है, एक ऐसा व्यक्ति जिसके पास धन है, उसके पास एक माँ सामान उदार स्वभाव होना चाहिए; यह पहली बात है। फिर दूसरी बात यह है कि वह जल में कमल पर खड़ी हैं। तो जिस व्यक्ति को लक्ष्मी मिली है, उसके पास संतुलन होना चाहिए। यदि वह इस ओर या उस ओर, बाएँ या दाएँ ओर जाता है तो वह तुरंत भवसागर के भीतर चला जाता है। दूसरा, उनका एक हाथ दे रहा है और दूसरा हाथ इस तरह रक्षा कर रहा है। तो कम से कम जिस व्यक्ति को लक्ष्मी धन मिला है उसे उदार होना चाहिए, उसे दान देना चाहिए और दाहिने हाथ को उन सभी लोगों की रक्षा करनी चाहिए जो उसके अधीन काम कर रहे हैं या जो उससे संबंधित हैं, उसके संबंधी या अन्य चीजें या कोई Read More …

Public Program, Bholapan, Innocence (भारत)

Public Program, Bholapan, Innocence मैंने आपसे बताया था पहले भाषणों में, पहली चीज़ जरूरी है सहजयोग में वो है प्रेम। जो आदमी प्रेम नहीं कर सकता वो सहजयोग में उतर नहीं सकता। और प्रेम का भी थोड़ा बहुत आप से बताया था। उसके बाद मैंने कहा था, पवित्रता। जो आदमी पवित्रता की भावना नहीं रखता है, वो भी आदमी सहजयोग में उतर नहीं सकता। आदिकाल से पवित्रता की भावनायें चलती आयीं हैं। उन्हीं को ले कर मैंने कहा है । आज तीसरी बात बताना है, खास कर रियलाइज्ड लोगों के लिये कि रियलाइजेशन हमारा नया जन्म है। जब बच्चा जन्मता है, कोई भी बच्चा आप देखिये, संसार की कोई भी जाति का हो, चाहे वो जपानी हो, चाहे वो अफ्रिकन हो, चाहे वो अमेरिकन हो, उस बच्चे में एक चीज़ सब में होती है और वो है उसकी अबोधिता, उसका इनोसन्स। बच्चे की विशेषता है इसका इनोसन्स । इसलिये रियलाइज्ड आदमी तभी कहलाया जायेगा जब वो पूरी तरह से इनोसन्स में उतर जायें | वैसे भी जो बहुत चालाक लोग होते हैं, चातुर्य बहुत ज्यादा होता है और जिनकी बुद्धि बड़ी तल्लख होती है और हजार आदमिओं को ठग लेने में और झूठ बोलने में, चालाकी दिखाने में बड़े तरबेज़ होते हैं, ऐसे लोग सहजयोग के लिये बिल्कुल बेकार होते हैं। इसलिये जो लोग काफ़ी ठगाये गये हैं दुनिया में और सताये गये हैं, वो सहजयोग के लिये बहुत ठीक हैं। संसार में चाहे वो बहुत यशस्वी लोग न हो, लेकिन सहजयोग में वो बहुत ही ज्यादा यशस्वी हैं। अबोधिता Read More …