Shri Ganesha Puja Perth (Australia)

                   श्री गणेश पूजा  1 मार्च 1983, पर्थ ऑस्ट्रेलिया  मुझे लगता है कि यह ज्ञान की गुणवत्ता है जो अभी भी कई ऑस्ट्रेलियाई लोगों में प्रकट हो रही है, जो बहुत से लोगो ने खो दिया है क्योंकि उन्होंने भौतिकवाद के घोर पक्ष को ले लिया है। श्री गणेश शुद्ध करने की अद्भुत शक्ति हैं, क्योंकि यह किसी के द्वारा दूषित नहीं किया जा सकते है, आप जो भी कोशिश कर ले , वह दूषित नहीं हो सकते है। केवल एक चीज है, जो की वापस आ सकती है, यह प्रकट नहीं भी हो सकती है, लेकिन जो कुछ भी है, वह अपने पूर्ण रूप में है। यदि आप इसका उपयोग करना जानते हैं, तो आप सभी को शुद्ध कर सकते हैं। तो ऑस्ट्रेलियाई लोगों की ज़िम्मेदारी को समझना जरुरी है यह बहुत स्पष्ट है , क्योंकि वे एक ऐसे देश में रह रहे हैं, जिस पर श्री गणेश का शासन है, इसलिए पहले उन्हें अपनी पवित्रता बनाए रखनी होगी। उनके अस्तित्व की पवित्रता। कई लोग कभी-कभी सोचते हैं कि पवित्रता केवल सतही  पक्ष तक सीमित है, उनके यौन जीवन की शुद्धता पर्याप्त है, ऐसा नहीं है। यही कारण है कि क्राइस्ट ने कहा है “तुम्हारी आंखे व्यभिचारी नही होनी चाहिए ” अर्थात्। आपकी आँखें शुद्ध होनी चाहिए, और जैसा कि आप जानते हैं, आँखें आपके अहंकार और प्रति अहंकार दोनों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसलिए जब उन्होंने कहा कि आपकी आँखें शुद्ध होनी चाहिए, तो उनका मतलब था कि आपके विचार शुद्ध होने चाहिए। अब, आपकी शक्ति का जनक कौन Read More …