Shri Fatima Puja Saint-George (Switzerland)

श्री फ़ातिमा पूजा, स्विट्ज़रलैंड, सेंट जॉर्ज, 14 अगस्त 1988  आज हम पूजा करने जा रहें हैं, फ़ातिमा बी की, जो प्रतीक थी गृहलक्ष्मी का, और इसीलिए हम पूजा करने जा रहे हैं, हमारे अंदर स्थित गृहलक्ष्मी तत्व की। जैसे एक गृहिणी को हर कार्य पूर्ण करना होता है, सब कुछ घर परिवार में और फिर ही वह स्नान के लिए जाती है, उसी प्रकार आज सुबह हमें भी बहुत सारे कार्य करने थे और फिर ही हम आ सके आपकी पूजा के लिए क्योंकि आज घर की गृहिणी के बहुत से कार्य थे। तो हमें उन्हें पूर्ण करना था एक अच्छी गृहिणी की तरह।  अब, गृहलक्ष्मी का तत्व परमात्मा द्वारा निर्मित और विकसित किया गया है। यह मनुष्य की रचना नहीं है और जैसे आप जानते हैं कि यह विद्यमान है, बायीं नाभि में। यह गृहलक्ष्मी ही हैं जो प्रस्तुत हुई हैं फ़ातिमा के जीवन में, जो कि मोहम्मद साहब की बेटी थी। अब वह सदैव जन्म लेती हैं, एक गुरु से संबंध में, जो कि कौमार्य का है, पवित्रता का है। तो वह एक बहन के रूप में आती हैं या फिर वह एक बेटी के रूप में आती हैं। अब फ़ातिमा के जीवन की सुंदरता यह थी कि, मोहम्मद साहब की मृत्यु के पश्चात, हमेशा की ही तरह कट्टरपंथी लोग थे, जिन्होंने सोचा कि वे धर्म को अपने हाथों में ले सकते हैं और इसे एक अत्यंत ही कट्टर वस्तु बना सकते हैं। और ध्यान उस कदर नहीं दिया गया व्यक्ति के उत्थान पर।  यहाँ तक कि मोहम्मद Read More …