Description of Kundalini New Delhi (भारत)

 कुण्डलिनी का विवरण.(दिल्ली), १९७६. माननीय न्यायाधीश तताचारी और दिल्ली के नगरवासी और सहज योगिओं।  हम अब  इतिहास के ऐसे मोड़ पर हैं जहां यह जरूरी हो गया है कि हम देवी शक्ति के अस्तित्व को सिद्ध करें। हमने पढ़ा है इस सर्वव्यापी शक्ति के बारे में। हमारे शास्त्रों में बहुत विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है इस देवी शक्ति के बारे में जो हमारे अंदर प्रवाहित होती है। और जो इस ब्रह्मांड की हर एक अणु रेणु  से भी प्रवाहित होती है। पर अभी तक बहुत कम लोग ही इस दिव्य देवी शक्ति के साम्राज्य में आने में समर्थ  हुए हैं इस दिव्य शक्ति की अनुभूति के लिए। ऐसे लोगों का जन्म बहुत ऊँचे स्तर पर हुआ था कि वह और दूसरे लोगों से बात नहीं कर पाए। उन्होंने सिर्फ देवी शक्ति के बारे में गीत गाए जो लोगों तक पहुंचे पर लोग उस शक्ति के अस्तित्व को अनुभव नहीं कर पाए जो अनुभव उस कविता या गीत के लिखने वालों ने किया |  जैसे मैंने पहले बताया मनुष्य की यह खोज रही है की अनंतता में जाना। पर उसकी सीमित बुद्धि और समझ अनंतता में नहीं जा पाती | तो अब बहुत कुछ मशीनी क्रिया या ऊपरी क्रिया हो गई है। धर्मों का महत्व कम हो गया और लोग विश्वास नहीं कर पाते धर्म या परमेश्वरी शक्ति की बातों में।  पर अब समय आ गया है लोगों के एक साथ परमेश्वर के साम्राज्य में उतरने का और उनके अस्तित्व को महसूस करने का जो उनके खुद के अंदर स्पंदन Read More …