Birthday Puja Mumbai (India)

जनम दिवस पूजा २१ मार्च १९८५ , मुंबई आज के ६३वें जन्मदिवस पर आपने जो समारोह रचा है उसके लिए एक माँ को क्या कहना चाहिए? क्योंकि जो कुछ भी है सब आपके लिए ही है। ये सारी उम्र भी आपके लिए है इसलिए इसके लिए यदि आप इस समारोह को मानते हैं तो इतना ही कहना है कि यह अपनी चीज़ है। और इसका आपको पूरा उपयोग करना चाहिए। क्योंकि जिन्दगी बहुत महत्वपूर्ण है । आज तक परमात्मा ने अनेक लोगों को संसार में भेजा। उन्होंने भी कार्य किया है । उस कार्य की ही स्वरूप आप लोगों ने सहजयोग पाया है। लेकिन अभी तक आप लोग शायद इसका महत्व नहीं जान पाए। पहले तो लोग पहाड़ों में घूमते थे, बहुत तपश्चर्या करते थे, परमात्मा की खोज में रहते थे । अब फलश्रुति हो रही है। आज उसी कार्य के आशीर्वाद आपने सहज में ही आज अपनी आत्मा को प्राप्त किया, इतना सहज और सरल मिला है, और उससे इतना क्षेम प्राप्त हुआ है। इस कदर आपने शक्तियों को प्राप्त किया है, उसमें कभी भी ऐसा आपको लगा नहीं कि इस चीज़ को मिलने में कितना प्रयत्न करना पड़ा, कितने जन्म लेने पड़े, कितनी जिन्दगियाँ बितानी पड़ीं, उसके बाद आज आप सहजयोग को प्राप्त हुए । और इस दशा में आये हो कि आज आप एक साधु स्वरूप हैं। बहुत लोग सोचते हैं कि सहजयोग में आने से हमारी घर की सांपत्तिक स्थिति ठीक हो गयी या हमारे बच्चे ठीक हो गये। लड़कियों की शादियाँ हो गयीं, लड़कों को Read More …