Left Mooladhara and Supraconscious, Meditation Dhule (भारत)

                            बायाँ मूलाधार और अग्रचेतना, मकर संक्रांति  धूलिया, (भारत), 13 जनवरी 1983। भारत में हम सूर्य की कक्षा में परिवर्तन का जश्न मनाते हैं। चूँकि अब वह मकर रेखा से कर्क रेखा की ओर मुड़ जाता है। इसलिए ऐसा है? तो, अब इस देश में गर्मी अधिक होने वाली है। तो गर्मी की तैयारी के लिए और इसके लिए लोगों को तैयार करने के लिए वे थोड़ा गुड़ और तिल या चीनी और तिल देते हैं और कहते हैं कि “हम आपको मीठा देते हैं इसलिए आप भी मीठा बोलें”, क्योंकि गर्मी लोगों को परेशान करती है। और, अगर आपके अंदर गर्मी है, तो आप एक-दूसरे से बहुत कड़वी बातें करने लगते हैं। तो उस गर्मी को शांत करने के लिए वे चीनी या गुड़ आपके लिवर को देते हैं। लेकिन आप सिर्फ इतना ही नहीं दे सकते हैं, इसलिए इसके साथ ’तिल है जो एक सुखदायक तेल भी है। अब। यह बहुत ही प्रतीकात्मक है। बस यही बात है कि, यह एक प्रतीकात्मक बात है। और यह इस देश में हर 14 जनवरी को किया जाता है। इसे ‘मकर संक्रांति’ कहा जाता है। यह ‘मकर ‘ के लिए परिवर्तन है – मकर का मतलब Capricorn. है। और यह आश्चर्य की बात है! जैसे प्राचीन काल में भारत में Cancer कैंसर को ‘कर्क’  कहा जाता था और आप इस चीज को लंबे समय से कैंसर भी कहते हैं। अब, रोग Cancer कैंसर को भी ‘कैंसर’ कहा जाता है। बस देखें कि यह कैसे संबंधित है। और भारतीय भाषा में इसे कर्क Read More …