जब आप मेरे टेप सुन रहे हैं, माँ ने जो कहा है उसे लिख ले और अपने आप को देखे। तो सहज योग में शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है, अन्यथा आपकी बुद्धि मे जंग लग जाएगी। आपको सहज योग की पूर्ण शिक्षा होनी चाहिए, केवल आत्मसाक्षातकार देना ही काम नहीं है। आपके पास ज्ञान होना चाहिए, ताकि दूसरों को मालुम हो कि आप जानकार हैं। जितनी शिक्षा आपको मिली है पहले किसी को नही मिली थी, कोई संत को भी नही थी । तो अब पूरा लाभ ले। अापकी उम्र जो भी हो, शैक्षणिक योग्यता जो भी हो , उससे कोई फर्क नहीं पड़ता ,लेकिन आप सभी को पता होना चाहिए की सहज योग कया है, इसका क्या मतलब है और यह कैसे काम करता है ।
(श्री माताजी निर्मला देवी, मेलबर्न, 17 मार्च 1985)
यदि आप सहज योग करने के लिए नए हैं, तो पहले यहॉ अपना आत्मसाक्षातकार प्राप्त करें।