Evening Program  (India)

1970-01-01 Talk English Marathi Hindi DP Opt HD, 33′ [Unclear] आपने इन्हे पहचाना नही, मैने तो पहचान लिया. आप तशरीफ़ रखिए.आशीष, इनकी वाइफ को बुला लो.  [Unclear/ Shri Mataji asks to give saree in Marathi language].  उसमे वाइब्रटेड पानी दे देना. आप पहनिएगा ज़रूर. आशीर्वाद. बहुत बड़िया बच्चे हैं. वाह वाह वाह क्या कहने.  रूह बन गयी. They are रूह now. और रूहानी ज़िंदगी में संगीत का बड़ा कार्य है इसीलिए मैं इसको बहुत ज़्यादा जितना भी हो सकता है उतना चाहती हूँ की उसे प्रोत्साहन हूँ उसको प्रमोट करूँ उसको आग्गे बड़ाऊ जितना मुझसे बन पड़ता है. क्योंकि दूसरा बड़ा भारी काम मुझे करना है की अनेक लोगों को उस परमात्मा की शक्ति से एकाकारिता दें. लेकिन ये भी एक संगीत मध्यम बन गया और जब अमज़द अली जैसे लोग हैं और सफ़ाद हुसैन जैसे ताल्बध्ध लोग हैं तो कुछ मुश्किल नही होगा.  मैं तो हर बार देखती हूँ की ये नये नये मुखड़े पता नही कहाँ से ले आते हैं हर बार कभी इन्होने रिपीट नही किये. जीतने बार भी सुनिये नये ही मुखड़े बजा लेते हैं पता नही कैसे. सब चीज़ें इतनी सुंदर हैं इतनी दैवीय और इतनी आनंद दाई हैं की उनका वर्णन तो नही किया जा सकता लेकिन हमारे सहजयोग में हर योगी के हृदय में आप सब artist के लिए नितांत श्रद्धा और आपको सब बहुत प्रेम और आदर से देखते हैं. इसकी ये वजह नही की मेरे ही कारण है इसकी ये भी वजह है की जानते हैं की इनके गाने से हमारी Read More …