Shri Ganesha Puja: spread love all over and remove the people from the shackles of materialism Madrid (Spain)

परम पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी, श्री गणेश पूजा, मैड्रिड, स्पेन 6 नवंबर, 1987  तो आज हम यहां स्पेन आए हैं, और यहां बहुत सारे दूसरे स्पेनिश सहज योगी हैं, और आप सब उनसे मिले चुके हैं। इस कारण, वे सहज योग में बहुत मजबूत हो गए हैं, कि उन्हें लगता है कि सारी दुनिया में उनके भाई बहन हैं। क्योंकि स्पेन में बहुत कम सहज योगी हैं, और वे काफी खोया हुआ महसूस करते हैं, क्योंकि उनकी संख्या बहुत कम है। लेकिन आप के यहां आने से ऐसा हुआ, जैसे कि एक हाथ दूसरे हाथ की मदद कर रहा है। अब स्पेन का भौतिक विकास हो रहा है, और ये है…इस बार उन्हें सावधान रहना होगा। उन्हे अतिविकसित अवस्था में पूरी तरह आगे तक जाने की और फिर कष्ट सहने की आवश्यकता नहीं है, और उनके लिए ये कष्ट एक प्रकार की सज़ा नहीं बननी चाहिए, जैसे संपन्न देशों में होता है, क्योंकि जैसे-जैसे भौतिकवाद बढ़ता है, वह मनुष्य पर हावी होने की कोशिश करता है। लेकिन अगर आत्म साक्षात्कार के पश्चात भौतिकवाद बढ़ने लगे, तो आप इस पदार्थ (मैटर) पर महारत हासिल कर लेते हैं। तब पदार्थ आपके सिर पर नहीं बैठता, क्योंकि आत्म साक्षात्कार के पश्चात आपके पास विवेक आ जाता है। और वास्तव में, भौतिकवाद को लक्ष्मी तत्व, लक्ष्मी सिद्धांत के माध्यम से समझा जाना चाहिए। यदि आप सहज योग में सुबुध्दि विकसित करते हैं, तो आप समझ जाते हैं कि भौतिकवाद के साथ किस हद तक जाना है। पदार्थ आप के लिए है, आप पदार्थ Read More …