Unknown Talk related to Guru Puja

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Unknown Talk related to Guru Puja

गुरु पूजा से जुड़ा अनभिज्ञ वक्तव्य 

तो अब, हमें दो बहुत अच्छे टेप मिले हैं, पहली  वाली  को ‘बंदगी’ नाम दिया गया है और जो मेरे भाई द्वारा रचित गीत हैं, हम उन्हें बाबामामा कहते हैं, लेकिन उनका नाम हेमेंद्र कुमार है।

मैंने उन्हें ‘बेलोस’  नाम दिया है, यानि ‘शुद्ध’, उन्होंने इन सभी कविताओं की रचना यहां की है और श्री प्रभाकर धाकरे, जिन्हें हम गुरुजी कहते हैं, वह हैं जिन्होंने इसका सारा संगीत दिया है और संगीतकार यहां सुरेश वार्डकर, उत्तरा केलकर, छाया, सरिता भावे और संजय तलवार हैं। मुझे लगता है कि आपने इसे सुना है लेकिन यह इनमें बहुतों के पास नहीं है, इसलिए अब हम उन्हें प्राप्त कर चुके हैं और जिसके लिए धन एकत्र किया जाना है।

फिलिप, क्या तुम थोक बिक्री कर रहे हो?

वोल्फगैंग इसे बेच रहा है

तो, आप इसे उनसे प्राप्त कर सकते हैं और यदि कुछ बचे तो बाद में अन्य सहज योगियों के लिए भी हम इन्हें अपने साथ ले जाएंगे। इसलिए, मैं इसके उद्घाटन की घोषणा  करती हूं, इस कार्य के प्रारंभ के लिए मैं इसे उद्घाटित घोषित करती हूं।

आपको पता होना चाहिए कि मेरा भाई एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है और मैं समझ नहीं सकती , वह अचानक इतने महान कवि बन गए क्योंकि मुझे कभी नहीं पता था कि उनके पास यह प्रतिभा है और उन्होंने कभी कोई कविता नहीं लिखी लेकिन आत्मसाक्षात्कार के बाद ही ये सभी खूबियाँ   सामने आई हैं और विशेष रूप से उर्दू भाषा में जिसे वह नहीं जानते, उर्दू भाषा वह ज्यादा नहीं जानते थे,  मैं थोड़ा बहुत जानती हूं लेकिन खुद भी ज्यादा नहीं लेकिन अचानक ही यह खूबी उनके अंदर से पल्लवित होने लगी है और वह अब ऐसे महान कवि बन गए हैं। मुझे नहीं पता कि यह सहज योग का चमत्कार है।

अब यह संजय तलवार का एक और है, वह एक हैं, वह इसे ‘रूहानी रोशनी’ कहते हैं, माँने  ‘आत्मा का प्रकाश’ या हम ‘आध्यात्मिक प्रकाश’ कह सकते हैं और उनके द्वारा रचित है, ऐसा है कि वह भी अचानक से बन गया है, वह भी अचानक कवि बन गया।

 वह एक केमिकल इंजीनियर है और अचानक आप सहज योग के माध्यम से एक केमिकल इंजीनियर को कवि बनते हुए पाते हैं और उनकी  आवाज मैं गहनता आ गई है, यह मेरे लिए समझ से परे है कि उसने यह कैसे किया है, वह खुद को बुलाता है, उसे ‘रोशन’ कहा जाता है जिसका अर्थ है ‘ एक प्रबुद्ध ‘, वास्तव में उसका नाम संजय है लेकिन वह खुद को रोशन कहता है इसलिए यह सब ,  गीत और आवाज उसके द्वारा किया गया है लेकिन संगीत भारत के सपन जगमोहन नामक एक बहुत प्रसिद्ध संगीत निर्देशक द्वारा दिया गया है।

अब जिन लोगों ने यहां गाया है वो कविता कृष्णमूर्ति हैं, वो बहुत प्रख्यात पार्श्व गायिका हैं, फिर जगमोहन खुद हैं और जिन दो बहनों को आप जानते हैं, पुणे की बाकरे बहिनों ने भी इसमें गाया है। तो, यह दूसरी है जिसे मैं अब आपके लिए खुला घोषित करती हूं जिससे की आप इसे खरीदने सकें और अब मैंने इन दोनों टेपों का उद्घाटन कर दिया है।

मैं आपको यह बहुत स्पष्ट करना चाहती हूं की अब एक बात को एहसास किया जाना चाहिए  कि, इस संगीत को बनाने के लिए उन्हें स्टूडियो में जाना होता है जो बहुत महंगे हैं और उन्हें उन लोगों की सेवाएँ लेना होता है, जो स्टूडियो से संबंधित हैं और यह एक बहुत महंगी प्रक्रिया है और इसलिए हमें उनके खर्चों की आपूर्ति करने के लिए कीमत लगानी पड़ी और साथ ही उन्हें कैसेट पर इसकी रिकॉर्डिंग करने में खर्च की गई राशि ।

तो, वह सारी राशि हमने शामिल की है और यह सब मेरी सहमति से है और मेरी समझ से ही कीमत लगाई गई है। इसलिए, उन चीजों को खरीदने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए, यह बिल्कुल ठीक है, उन सभी को मैंने बहुत अच्छी तरह से देखा है। अब वे आपको कुछ संगीत प्रेषित करने जा रहे हैं और उसके बाद आप लोग भी उन्हें कुछ संगीत दीजिए और फिर, वे संगीत के साथ समापन करेंगे।

एक छोटी सी बात मुझे आपको बतानी है कि आप देख सकते हैं कि सहज योग कैसे लोगों मैं बदलाव ला सकता है। उनमें से हर एक ने एक नया आयाम पा लिया है। जब वे तबला बजा रहे थे मैं आज देख रही थी और मैंने पाया कि हर कोई निपुणता के एक नए आयाम में चला गया है। यह बहुत आश्चर्य की बात है। उनकी आवाज़ मैं इतनी गहनता और सुंदरता हैं जैसे कि यह आत्मा की प्रदान प्रतिभा है।  अति श्रीग्रह  दुनिया जान जाएगी कि आपनी आत्मा को प्राप्त करना और उसमें स्थापित होना कितना महत्वपूर्ण है क्योंकि आप वास्तव में गतिशील हो जाते हैं।

तो हमें आपसे विदा लेनी है और गुरु पूजा इतनी बड़ी भक्ति, समर्पण और उत्साह के साथ की गई और भगवान की कृपा से सभी कलाकार भी पहुंचे। कल तक उनके आने की कोई संभावना नहीं थी और सब कुछ इतनी अच्छी तरह से प्रबंधित हुआ कि वे यहां हैं। आप सभी ने भी पूरे समारोह का आनंद लिया है। अपने आनंद के साथ जावें। आज आपने सीखा होगा कि गुरु आपको, हर चीज का कैसे आनंद लिया जाए, सिखाते हैं। मुझे आशा है कि आपने कैसे सब कुछ का आनंद लें सीख लिया है और कैसे अपने जीवन और आध्यात्मिकता का आनंद लें, ताकि आप अनन्त जीवन में रहें।

परमात्मा आप सबको आशिर्वादित करें। बहुत-बहुत धन्यवाद। भगवान आपका भला करे।